Best 100+ दिल की खामोशी शायरी | Khamoshi Shayari Status

By Admin

Published on:

Khamoshi Shayari Status

हमारे जीवन में कभी-कभी ऐसे पल आते हैं, जब शब्दों की कोई अहमियत नहीं रह जाती और खामोशी ही सबसे बेहतरीन उत्तर बन जाती है। खामोशी का अपना एक जादू होता है, जो न केवल दूसरों को हमारी भावनाओं का एहसास कराता है, बल्कि खुद हमें भी आत्ममंथन करने का अवसर देता है। “Khamoshi Shayari Status” उस खामोशी को शब्दों में ढालने का एक अनूठा तरीका है, जो हमारी आत्मा की गहरी भावनाओं को व्यक्त करता है।

इस प्रकार की Shayari में दर्द, उदासी, प्रेम, अकेलापन, और टूटे हुए दिल की भावनाओं को गहराई से महसूस किया जा सकता है। यह शायरी उन व्यक्तियों के लिए होती है, जो अपनी बातों को बिना किसी हिचकिचाहट के, बिना किसी डर के केवल खामोशी के माध्यम से व्यक्त करना चाहते हैं। कई बार जब व्यक्ति किसी दर्द या दुःख से गुजरता है, तो उसकी खामोशी शायरी के रूप में बाहर आती है, जो उसकी मनोदशा को परिभाषित करती है।

इन Shayari Status को सोशल मीडिया पर शेयर करना लोगों के दिलों तक पहुंचने का एक साधन बन जाता है। फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर ये शायरी बहुत पसंद की जाती हैं, क्योंकि यह किसी की चुप्पी और गहरी भावनाओं को सटीक रूप से व्यक्त करती है। इसके अलावा, ये शायरी अक्सर उन लोगों को एक एहसास भी देती हैं कि वे अकेले नहीं हैं, और उनकी खामोशी का दर्द या खुशी किसी और के दिल में भी गूंजता है।

इस प्रकार, “Khamoshi Shayari Status” न केवल एक कला है, बल्कि एक भावनात्मक मार्गदर्शन भी है, जो हमें अपनी संवेदनाओं को समझने और व्यक्त करने का एक नया तरीका देता है।

Khamoshi Shayari

Khamoshi Shayari 1

एक उम्र ग़ुज़ारी हैं हमने
तुम्हारी ख़ामोशी पढते हुए…
एक उम्र गुज़ार देंगे
तुम्हें महसूस करते हुए…

Khamoshi Shayari 2

उससे फिर उसका रब फ़रामोश हो गया
जो वक़्त के सवाल पर
ख़ामोश हो गया।

Khamoshi Shayari 3

खामोश चेहरे पर
हजारों पहरे होते है
हंसती आखों में भी
जख्म गहरे होते है
जिनसे अक्सर रुठ जाते है हम
असल में उनसे ही
रिश्ते गहरे होते है।

Khamoshi Shayari 4

कितना बेहतर होता हैं
खामोश हो जाना,
ना कोई कुछ पूछता है,
ना किसी को कुछ बताना पड़ता है।

Khamoshi Shayari 5

मुद्दत से बिखरा हूँ
सिमटने मे देर लगेगी
खामोश तन्हाई से निपटने मे देर लगेगी
तेरे खत के हर सफहे को
पढ़ रहा हूँ मै
हर पन्ना पलटने मे यकीनन देर लगेगी।

दिल की खामोशी शायरी

Khamoshi Shayari 6

ख़ामोशी की तह में
छुपा लीजिए सारी उलझनें,
शोर कभी मुश्किलों को आसान नहीं करता

Khamoshi Shayari 7

कुछ हादसे इंसान को
इतना खामोश कर देते हैं कि
जरूरी बात कहने को भी
दिल नहीं करता 🖤🥀।

Khamoshi Shayari 8

मैं एक गहरी ख़ामोशी हूं आझिंझोड़ मुझे,
मेरे हिसार में पत्थर-सा
गिर के तोड़ मुझे
बिखर सके तो बिखर जा
मेरी तरह तू भी
मैं तुझको जितना समेटूँ
तू उतना जोड़ मुझे।

यानी ये खामोशी भी
किसी काम की नही
यानी मैं बयां कर के बताऊं के उदास हूं मैं…

खामोशी शायरी 2 लाइन

Khamoshi Shayari 9

शब्द, मन, जज्बात,
एक एक करके सब खामोश हो गए।

Khamoshi Shayari 10

लफ़्जों का वज़न उससे पूछो…
जिसने उठा रखी हो ख़ामोशी लबों पर…

उदास है मेरी ज़िंदगी के सारे लम्हे एक तेरे खामोश हो जाने से
हो सके तो बात कर ले ना कभी किसी बहाने से ….

मैंने अपनी खामोशी से,
कई बार सुकून खरीदा है…!

आंखों में दबी खामोशी को…..
पढ़ नहीं पाओगे तुम…
कि मैंने सलीके से…..
इन पलकों में सब छुपा रखा है।

ख़ामोश समझ कर
किसी को हल्के में ना लेना साहब,
राख में फूंक मारने से कई बार
मुंह जल जाया करता है..ll
💯🔥

जो मेरे लफ्ज़ न समझ पाए,
ना खामोशी….
वो मेरा दर्द भला कैसे जान पाएंगे..
जो लोग
अपनी ग़लती कभी मान ही नहीं पाते,
वो किसी और को,
अपना क्या मान पाएंगे..??

वो सुना रहे थे
अपनी वफाओं के किस्से
हम पर नज़र पड़ी तो
खामोश हो गए।

जिंदगी खामोशी शायरी

हो रहा हूँ करीब
तुझसे जैसे खीँच रही कोई डोर है,
बाहर तेरे ना होने की खामोशी और भीतर तेरा ही शोर है….❤🌸✨💫

किसी ने हिज्र का ऐसा ग़म बसर नहीं किया ,
खामोश होकर चल दिये अगर-मगर नहीं किया ,
.हुज़ूर हमसे बेवफ़ाई का गिला न कीजिये ,
यही तो एक काम है
जो उम्र भर नहीं किया।

कुछ वक्त खामोश होकर भी देख लिया हमने,💯🥀🌸
फिर मालूम हुआ कि
लोग सच मे भूल जाते हैं।

❝मेरे दिल को अक्सर छू लेते है
ख़ामोश चेहरे,
हंसते हुए चेहरों में मुझे फरेब नज़र आता हैं।❜❜

हूं अगर खामोश तो ये न समझ
कि मुझे बोलना नहीं आता….😐
रुला तो मैं भी सकता था
पर मुझे किसी का दिल
तोड़ना नहीं आता।

कुछ दर्द खामोश कर देते हैं,
वरना मुस्कुराना कौन नही चाहता….🖤🥀💫।

तू मेरे दिन में , रातों में
खामोशी में , बातों में
बादल के हाथों
मैं भेजू तुझ को यह पयाम
तेरी याद हमसफर सुबह-ओ-शाम
तेरी याद हमसफर सुबह-ओ-शाम।

शुरुआत में खामोशी पढ़ने वाले ,
अंत में चीखें भी अनसुनी कर देते हैं ।।
💔🥀

लोगों को शोर में
नींद नहीं आती,
मुझे एक इंसान की
खामोशी सोने नहीं देती…

ये खामोशी की कहानी भी बड़ी बेजुबानी है
हर किसी ने कहाँ इसे खुद से जानी है..

बैठकर ख़ामोश, आजमाएंगे
देखते हैं कब तुमको याद आएंगें..!!
कोई तो गिनती होगी
मेरी भी कहीं सनम
किसी के नाम के बाद, हम भी आएंगें….!!!!

उन्हें चाहना हमारी कमजोरी हैं,
उन से कह नही पाना हमारी मजबूरी हैं,
वो क्यूँ नही समझते हमारी ख़ामोशी को
क्या प्यार का इज़हार करना जरुरी है।

अधूरी कहानी पर खामोश
होठों का पहरा है,
चोट रूह की है
इसलिए दर्द जरा गहरा है !

खामोशी ही बेहतर है शायरी

में कोई खामोश सी ग़ज़ल जैसा हूं,
या हूं कोई नज़्म जैसा धीमे से गुनगुनाता हुआ…
तभी तो वो भी मुझे पढ़ते हैं आहिस्ते आहिस्ते से….❤🌸💫।

जु़बां ख़ामोश मगर नज़रों में उजाला देखा ,
उस का इज़हार-ए-मोहब्बत भी निराला देखा…..❤🌸💫।

हालातों ने कर दिया हमें खामोश वरना 😔
हमारे रहते हर महफिल में रौनक रहती थी..!!❤️‍🩹।

जब आपकी आवाज
किसी को चुभने लगे तो
तोहफे में उसे अपनी खामोशी दे दो…।😌

विधाता की अदालत में
वकालत बहुत न्यारी है
खामोश रहिए कर्म कीजिये मुकदमा सब का जरी है 🙌

किन लफ्जों में लिखूँ
मैं अपने इन्तजार को तुम्हें,
बेजुबां है इश्क़ मेरा
ढूँढता है खामोशी से तुझे।

खामोशी मेरी , बातें तुम्हारी
शामें मेरी , रातें तुम्हारी
सबसे महंगी लगती है मुझे
फुर्सतें मेरी , और मुलाकातें तुम्हारी 😌

ये खामोश से लम्हें
ये गुलाबी ठंड के दिन*
तुम्हें याद करते-करते
एक और चाय तुम्हारे बिन …

ये जो खामोश से अल्फ़ाज़ लिखे है ना मैने….
कभी पढ़ना ध्यान से चीखते कमाल है…….✍️।

वो कहने लगे की कुछ तो बोलो
हमने कहा……
हमे खामोश ही रहने दो
लोग अक्सर हमारी बाते सुनकर रूठ जाया करते है……..✍️।

मेरी खामोशी से किसी को
कोई फर्क नहीं पड़ता,
और शिकायत के दो लफ्ज़
कहूं तो चुभ जाते हैं।

“बिखरे है अश्क कोई साज नही देता
खामोश है सब कोई आवाज नही देता
कल के वादे सब करते है ।
मगर क्यू कोई साथ
आज नही देता ।
🖇️❤️🦋

कुछ अजीब सा चल रहा है,
ये वक्त का सफर ,
एक गहरी सी
खामोशी है खुद के अंदर।

झूठ की जीत उसी वक्त
तय हो जाती है जब सच्चाई
जानने वाला इंसान खामोश रह जाता है।

Read Also

Leave a Comment